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Boris Johnson biography हिंदी में। Boris Johnson की जीवनी

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क्यों बने हुए हैं चर्चा में।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपनी मंगेतर कैरी साइमंड्स के साथ गुपचुप शादी कर ली है। कैरी साइमंड्स, बोरिस जॉनसन से उम्र में 23 साल छोटी हैं। इससे पहले खबर थी कि वह 30 जुलाई 2022 में शादी करेंगे। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने एक गुप्त समारोह में शादी कर ली है। 

इसी वजह से वे चर्चा का विषय बने हुए हैं।

बता दें, बोरिस जॉनसन का पूरा नाम एलेक्जेंडर बोरिस दे फेफेल जॉनसन है। अगर किसी खास वजह से वह मशहूर हैं तो वह है उनके सुनहरे बाल और बोलने के दौरान की जाने वाली उनकी गलतियां। बोरिस का अधिकांश बचपन ब्रसेल्स में ही गुजरा है। उनके माता-पिता अंग्रेज थे और उनका जन्म न्यूयॉर्क में हुआ। बोरिस के पिता यूरोपियन यूनियन में सरकारी अधिकारी थे। वैसे देखा जाए तो राजनीतिज्ञ के पास उनके बारे में बात करने के लिए या दूसरे शब्दों में कहा जाए तो आलोचना करने के लिए बेहद लंबी लिस्ट है। हमेशा लेट-लतीफ रहना और बेढंगे तरीके से कपड़े पहनना उनकी खास आदतों में शुमार है।

कौन है बोरिस जॉनसन?

बोरिस जॉनसन जिनका जन्म का पूरा नाम एलेग्जेंडर बोरिस दे फेफेल जॉनसन भी है। वह यूनाइटेड किंगडम के बेहद मशहूर राजनीतिज्ञ  और जाने-माने व्यक्तित्व है। वे अपने खूबसूरत और आकर्षक सुनहरे बालों को लेकर और साथ ही बोलते समय थोड़ी बहुत गलतियां करने की आदतों को लेकर लोगों के बीच जाने जाते हैं। 23 जुलाई का दिन जब उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में पहली बार  खुद को यूनाइटेड किंगडम की जनता के सामने  प्रस्तुत किया  वह उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण दिन रह चुका है। उस दिन वह कंजर्वेटिव पार्टी का नेतृत्व करते हुए प्रधानमंत्री के तौर पर सत्ता में सम्मिलित हुए।

बोरिस जॉनसन का व्यक्तित्व कुछ इस प्रकार है कि उनको देखकर डॉनल्ड ट्रंप की याद आ ही जाती है। जिंदगी में हुए अफेयर के मामले में तो उन्होंने डॉनल्ड ट्रंप को भी पीछे छोड़ रखा है। जिसके चलते वह अपनी राजनीतिक जिंदगी के बदले निजी जीवन को लेकर बहुत ज्यादा सुर्खियों में बने रहते हैं। आरंभ से ही प्रधानमंत्री बनने का जज्बा उनके दिल में था जिसे उन्होंने अपनी लगन और मेहनत के साथ आखिर प्राप्त कर ही लिया।

बोरिस जॉनसन का आरंभिक जीवन।

बोरिस जॉनसन जिनके पिता यूरोपियन यूनियन में एक महत्वपूर्ण सरकारी पद पर आसीन थे। बोरिस जॉनसन के पिता अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में ही रहते थे वही बोरिस का जन्म 19 जून 1964 के दिन हुआ। उनके बचपन के सुहाने दिन ब्रुसेल्स में ही व्यतीत हुए।

बचपन की शिक्षा के बारे में बात करें तो वह भी उसी स्कूल से पढ़कर बड़े हुए हैं जिस स्कूल से निकलकर कई सारे बच्चे ब्रिटिश प्रधानमंत्री बन चुके हैं। वह इंग्लैंड का जाना माना बोर्डिंग स्कूल था। उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी को ज्वाइन किया और साथ ही इंग्लिश भाषा के अलावा फ्रेंच और इटालियन भाषा में भी संपूर्ण ज्ञान प्राप्त किया।

वे एक मेहनती छात्र थे जिसके चलते मेधावी छात्र बन गए इसलिए अपनी मेहनत और लगन की वजह से उन्होंने किंग्स स्कॉलरशिप हासिल कर ली जिस के बाद एटन कॉलेज में दाखिला लिया। एटन कॉलेज से स्कॉलरशिप प्राप्त करने के बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड के बैरिओल कॉलेज से क्लासिक का भी ज्ञान प्राप्त किया और कॉलेज में पढ़ाई के साथ ही बोरिस जॉनसन ऑक्सफोर्ड यूनियन यूनिवर्सिटी के अधिकारिक प्रेसिडेंट भी चुने गए।

जहां एक तरफ गणित और विज्ञान में वह बेहतर छात्र साबित नहीं हुए वहीं दूसरी तरफ अंग्रेजी और क्लासिक में अपना बेहतरीन प्रदर्शन देकर वह कॉलेज के सबसे लोकप्रिय छात्र बन गए। उन्होंने प्राचीन साहित्य और शास्त्रीय दर्शन के अध्ययन में भी निपुणता हासिल की और द्वितीय श्रेणी डिग्री प्राप्त करते हुए कॉलेज उत्तीर्ण करके खुद का नाम मशहूर कर लिया।

वैवाहिक जीवन।

बोरिस जॉनसन ने अपने जीवन का पहला संबंध अलेग्रा मोस्टिन ओवेन के साथ बनाया और फिर बाद में सन 1987 में उनके साथ विवाह किया। परंतु कुछ विवादों की वजह से उनका पहला विवाह लंबे समय तक नहीं टीका और 1993 के दौरान उन दोनों में तलाक हो गया।

उन्होंने अपने जीवन का दूसरा विवाह बैरिस्टर मरीना व्हीलर के साथ 1993 में किया। अपनी दूसरी पत्नी से उन्हें दो बेटे और दो बेटियां प्राप्त हुई परंतु शादी के 25 साल बाद साल 2018 में यह जोड़ी भी अलग हो गई और दोनों ने एक दूसरे से तलाक ले लिया।

इसके अलावा उनके कई सारे अफेयर हुए जैसे एक कलाकार सलाहकार हेलेन मैकिनटायर जिनके साथ संबंध के दौरान उनकी एक बेटी भी है।

इसके अलावा जेनिफर आर्कुरी नामक एक लड़की के साथ भी वे संबंध में रहे जो एक डीजे और मॉडल रह चुकी है।

साल 2019 के दौरान क्यारी सायमंड्स के साथ संबंध बनाए और उसके साथ रहना आरंभ कर दिया 29 फरवरी साल 2020 को साइमंड्स एंड जॉनसन ने सार्वजनिक रूप से अपनी सगाई की घोषणा की।

मेयर जैसी बड़ी शख्सियत होने के बावजूद उनके साथ एक, दो नहीं बल्कि कई किस्से जुड़े हैं, जो उनकी आलोचना के लिए काफी हैं। वर्ष 2012 के लंदन ओलंपिक के दौरान वह जिप वायर पर लटके थे मगर उस दौरान भी एक ऐसी चूक हुई कि तस्वीर वायरल हो गई।

इसके अलावा आपको यह भी बता दें कि बोरिस किसी फिल्मी राजनेता से कम नहीं हैं, जिन्हें खूबसूरत लड़कियां काफी रास आती हैं। कुछ ऐसा ही बोरिस जॉनसन की असल जिंदगी में भी है और खूबसूरत लड़कियां इनकी कमजोरी मानी जाती हैं। इसका अंदाजा आप इससे ही लगा सकते हैं कि उनके इतने एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर चर्चित हो चुके हैं कि लंदन की एक मैगज़ीन ने उन्हें ‘बॉन्किंग बोरिस’ की संज्ञा दे दी।

जब बात बोरिस के शिक्षा की होती है तो पता चलता है कि इन्होंने अच्छी-ख़ासी पढ़ाई की हुई है। खास बात तो यह है कि बोरिस भी उसी स्कूल से पढ़ें हैं, जिसने कई सारे ब्रिटिश प्रधानमंत्री दिये हैं। इनकी उच्च शिक्षा ऑक्सफोर्ड से हुई है। साथ ही आपको यह भी बता दें कि बोरिस जॉनसन को अंग्रेजी के अलावा फ्रेंच और इटालियन भाषा का भी ज्ञान है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि राजनीति में आने से पहले बोरिस पत्रकार हुआ करते थे। हालांकि, मीडिया में भी उनका करियर ढेर सारे विवादों से भरा पड़ा है और उनके इसी व्यवहार की वजह से लंदन के ‘द टाइम्स’ से उनकी पहली नौकरी चली गई थी।

अपनी यूरोपीय संघ विरोध की राजनीति के लिए जाने जाने वाले बोरिस जॉनसन कैमरन का इस्तीफा होने के बाद से ही राष्ट्रीय राजनीति में तीव्र रूप में सक्रिय हो गए। इसके बाद फिर देखते ही देखते तमाम आलोचनाओं के बावजूद बोरिस अपना वजूद बनाने में सफल हुए और आज वह ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के पद पर आसीन हैं, जो कि यकीनन अपने आप में ही बहुत बड़ी बात है।

करियर।

सबसे पहले उन्होंने अपने कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही द क्रॉनिकल अखबार के लिए  लेखक के रूप में कार्य करना आरंभ कर दिया था और जल्द ही वे इस अखबार में संपादक के रूप में देखे गए। उन्होंने मीडिया में भी अपना सिक्का आजमाया हालांकि उनके करियर का आरंभ मीडिया से ही हुआ और बाद में उन्होंने अपने कदम राजनीति की ओर बढ़ाये1987 के दौरान उन्होंने द टाइम्स नामक अखबार में पत्रकारिता के रूप में काम करना आरंभ किया हालांकि उन पर आरोप लगाया गया कि वह  जानकारी जुटाने में अक्सर गड़बड़ी किया करते थे।

इस आरोप की वजह से उन्हें रिपोर्टर के पद से से बेदखल कर दिया गया। उसके तुरंत बाद उन्होंने टेलीग्राफ अखबार में फीचर लेखक के रूप में भी काम करना आरंभ किया और सन 1994 में पदोन्नति प्राप्त करते हुए वे उस अखबार में असिस्टेंट एडिटर बन गए।

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बाद में 1999 के दौरान स्पैक्टेटर अखबार में वे संपादक के रूप में आसीन हुए। इस अखबार के साथ काम करते हुए उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से पत्रकारिता के करियर में एक नया नाम कमा लिया। साथ ही उन्होंने ‘द डेली टेलीग्राफ’ और ‘जीक्यू’ नामक अखबार में भी कॉलम लिखने आरंभ कर दिए। एक प्रसिद्ध संपादक बनने के बाद उन्होंने एक महत्वपूर्ण लोकप्रियता हासिल कर ली जिसके बाद वे धीरे-धीरे राजनीति की और भी बढ़ने लगे।

राजनैतिक कैरियर।

सबसे पहले उन्होंने साल 2007 के दौरान खुद को लंदन के मेयर पद के काबिल समझते हुए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर दी। साल 2008 में जब यह चुनाव हुए तब चुनाव के दौरान महान राजनीतिज्ञ बोरिस ने भारी मत से इस पद को जीतते हुए किंग लिविंगस्टोन को हार का मुंह दिखाया। अपनी जीत की खुशी मनाते हुए उन्होंने लंदन के मेयर के रूप में 2008 में ही पद ग्रहण कर लिया।

मेयर बनने के बाद उनके सामने सबसे बड़ा पहलू सार्वजनिक परिवहन में शराब पीने पर प्रतिबंध लगाने वाला था। वे अपने नाम को लेकर इतनी ज्यादा मशहूर हो गए थे कि एक साइकिल चालक ने खुद से बोरिस बाइक्स नाम से एक सार्वजनिक योजना प्रारंभ कर दी जो आगे चलकर बेहद लोकप्रिय साबित हुई। जिसके अंतर्गत कोई भी व्यक्ति साइकिल किराए पर लेकर सार्वजनिक रूप से इस्तेमाल कर सकता था।

बाद में उन्होंने केंद्रीय लंदन के लिए न्यू रूट मास्टर नामक बसों का विकास करना आरंभ कर दिया। अपने कार्यकाल के दौरान वैसे तो वे कई प्रकार के विवादों में घिरे परंतु अपने समर्थकों के बीच लोकप्रिय होने की वजह से साल 2012 चुनाव के दौरान भी उन्होंने फिर से मेयर पद अपने नाम कर लिया।

मेयर पद पर आसीन अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान वह एक ओलंपिक बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में पद पर आसीन हुए और साल 2012 के दौरान लंदन ओलंपिक खेलों की संपूर्ण देखरेख उनके हाथों में सौंप दी गई। खेलों की देखरेख करने से पहले उन्होंने अपने आसपास के परिवहन को बेहतर बनाना जरूरी समझा जिसके लिए उन्होंने हजारों दर्शकों के लिए नई और आकर्षक बसे पेश की।

आगे चलकर भविष्य में साल 2015 के दौरान Uxbridge और South Ruislip कि सांसद सीट से सांसद के रूप में उनका चुनाव किया गया। उन पर कई सारे मामले और विवाद और आरोप भी लगाए गए परंतु इन सब के बावजूद भी एक लोकप्रिय नेता के रूप में उनकी छवि देखी गई।

साल  2015-16 के दौरान उन्होंने वोट लीव अभियान में भी अपना समर्थन दिया। साल 2008 से लेकर साल 2016 के दौरान वे लंदन में मेयर के रूप में पद पर आसीन रहे। और साल 2016 से लेकर साल 2018 तक वह विदेश मंत्री के पद पर आसीन हुए और उन्होंने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई।

राजनीति के साथ-साथ उन्होंने पत्रकारिता को बिल्कुल नहीं छोड़ा और साथ में टेलीग्राफ अखबार में अपना साप्ताहिक कॉलम लिखते रहे। वे सदैव आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचार अखबार के जरिए प्रकट करते रहा करते है। साल 2019 के दौरान उन्होंने 92153 वोट से जीत हासिल करके इंग्लैंड के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की।

दो बार बने सांसद, विदेश मंत्रालय भी संभाला।

दो बार सांसद रह चके बोरिस साल 2008 से 2016 तक लंदन के मेयर रहे थे। साल 2016 से 2018 तक उन्होंने विदेश मंत्री की जिम्मेदारी निभाई। बोरिस टेलीग्राफ अखबार में साप्ताहिक स्तंभ भी लिखते हैं। अपनी नस्लवादी टिप्पणियों के चलते चर्चा में रहे बोरिस ने अपने करियर की शुरुआत बतौर पत्रकार की थी। बोरिस को आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने स्वतंत्र विचारों के लिए जाना जाता है।

साल 2001 में बोरिस को हेनली से पहली बार सांसद चुना गया था। साल 2008 तक वह इस पद पर रहे। साल 2015 से वह अक्सब्रिज और दक्षिण रूस्लिप से सांसद हैं। इसके अलावा वह अपनी प्रेमिका के साथ संबंधों के लिए भी चर्चा में रहे हैं। बोरिस को एक उदार और रूढ़िवादी नेता माना जाता है। बोरिस अप्रवासियों के समर्थन में रहे हैं। एक बार उन्होंने प्रवासियों के गौरव मार्च में भी शिरकत की थी।

पुरस्कार और उपलब्धियां।

1997 के दौरान वे अपने बेहतरीन प्रदर्शन से कमेंटेटर ऑफ द ईयर अवार्ड के साथ-साथ व्हाट द पेपर्स साए जैसे पुरस्कार प्राप्त करके यूनाइटेड किंगडम के और भी सम्मानीय और मशहूर व्यक्ति बन गए।

1998 के दौरान पगन फेडरेशन ऑफ ग्रेट ब्रिटेन नेशनल जनरलिस्ट ऑफ द ईयर नामक अवार्ड से उन्हें नामित किया गया।

साल 2003 में भी उन्हें संपादकों का एडिटर ऑफ द ईयर चुना गया।

बोरिस जॉनसन से जुड़े कुछ रोचक तथ्य।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अपने बचपन से ही स्टार वॉर्स देखने से परहेज किया करते थे क्योंकि उन्हें स्टार वॉर्स देखने के नाम से ही डर लगता है क्योंकि उनका मानना है कि ऐसी चीजें देखने के बाद वे ठीक से सो नहीं पाते थे और उन्हें डरावने सपने भी आते हैं।

आरंभ से ही बोरिस जॉनसन एक ईट को अपने लिए बहुत लकी माना करते थे जिसे हमेशा वह अपने साथ ही रखते थे। उन्हें वहीं उनकी 4 साल की आयु के दौरान मिली थी और तब से ही वह उसे अपने साथ लेकर सोते थे।

साल 2016 से लेकर 2018 तक वे फॉरेन सेक्रेट्री के रूप में पद पर कार्यरत रहे और साल 2016 के दौरान जब वे विदेश मंत्री के पद पर कार्यरत हुए तो सोशल मीडिया पर उनके विवादों को लेकर बहुत सी आलोचनात्मक टिप्पणियां की गई।

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