Richard Branson biography in Hindi. रिचर्ड ब्रैनसन की जीवनी।

अगर बड़ी उपलब्धियां हासिल करनी है तो आपमें जोखिम लेने का साहस होना चाहिए। वर्जिन ग्रुप के फाउंडर रिचर्ड ब्रैनसन ऐसी ही शख्सियत हैं, जिन्होंने आने वाले कल को ध्यान में रखकर वर्तमान में मिले मौकों का भरपूर फायदा उठाया। रिचर्ड न सिर्फ एंटरप्रेन्योर्स के लिए इंस्पिरेशन हैं बल्कि उन लोगों के लिए भी प्रेरणास्रोत हैं जो अपनी शारीरिक कमजोरियों को विफलता का आवरण मानकर हाथ पर हाथ धरे बैठे रहते हैं।
दरअसल, 1950 में इंग्लैंड में जन्में रिचर्ड की एकेडमिक परफॉर्मेंस डिलेक्सिया नामक बीमारी होने के कारण पूअर थी। इस कारण स्कूल में उनकी पहचान मंदबुद्धि छात्र की बन गई।
कौन है रिचर्ड ब्रेनसन?
रिचर्ड का जन्म लंदन में हुआ। उनकी मां बैले डांसर और एयर होस्टेस रही थीं। पिता वकील थे। 69 वर्षीय रिचर्ड ब्रेनसन की जिंदगी के कई अध्यायों से आज भी ज्यादातर लोग अपरिचित हैं। स्कूल के दिनों में वह पढ़ाई में बहुत कमजोर थे। वह खुद स्वीकारते हैं कि स्कूल के छात्र और शिक्षक उन्हे सबसे बड़ा मूर्ख समझते थे।
16 साल की उम्र में उन्होंने अपनी पढ़ाई छोड़ दी। उनके स्कूल के आखिरी दिन हैडमास्टर ने कहा था कि उनकी सारी जिंदगी जेल में बीतेगी या फिर वह बिलेनियर बनेंगे। इधर, रिचर्ड के घरवाले बहुत ही सपोर्टिव थे। रिचर्ड जो करना चाहते थे, उसमें वह हमेशा सपोर्ट करते रहे। यही वजह है कि आज रिचर्ड इतने सफल हो पाए।
पढ़ाई छोडऩे के बाद रिचर्ड चर्च से निकलने वाली स्टूडेंट मैगजीन से जुड़े। इस मैगजीन के लिए उन्होंने कई बिग पर्सनैलिटीज के इंटरव्यूज लिए और उन्हें पब्लिश किया। इसी दौरान उन्होंने कुछ खास रिकॉर्ड के विज्ञापन इस मैगजीन में प्रकाशित किए। इससे उन्हें ओवरनाइट सक्सेस मिली।
वर्जिन नाम के तहत उन्होंने अपना व्यापार शुरू किया और रिकॉर्ड बेचने लगे। उनका यह बिजनेस तेजी से फलने-फूलने लगा। इसके बाद उन्होंने बिजनेस वर्ल्ड में खुद के पैर जमाने शुरू कर दिए। 1984 में उन्होंने वर्जिन अटलांटिक एयरलाइंस की स्थापना की। इसी प्रकार उन्होंने वर्जिन कोला, वर्जिन मोबाइल समेत कई अलग-अलग तरह के वेंचर वर्जिन ग्रुप के तहत शुरू किए और अपने बिजनेस को आगे बढ़ाया।
वर्जिन ग्रुप में आज करीब 400 कंपनियां काम कर रही हैं। इन सबके अलावा रिचर्ड की पहचान लड़कियों के साथ पार्टी करने वाले शख्स के रूप में रही है। हालांकि अपने कॅरियर में रिचर्ड को कई बार फेलियर का भी सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने होप नहीं छोड़ी और फेलियर से उबरकर सक्सेस की ओर कदम बढ़ाए।
कैसा रहा उनकी ज़िन्दगी का सफ़र?
दुनिया के मशहूर उद्योगपतियों में शुमार किए जाने वाले वर्जिन ग्रुप ऑफ कंपनीज के प्रमुख सर रिचर्ड चार्ल्स निकोलस ब्रैनसन का सफर कतई आसान नहीं रहा है। ब्रिटेन निवासी ब्रैनसन के पिता पेशे से बैरिस्टर थे और मां फ्लाइट अटेडेंट थीं। वह बचपन में डिसलेक्सिया (पढ़ने-लिखने में दिक्कत) नामक बीमारी से पीड़ित थे। इस वजह से ब्रैनसन को 16 वर्ष की उम्र में स्कूल की पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी। उन्होंने इसी दौरान ‘स्टूडेंट’ नाम से एक पत्रिका शुरू कर दी थी।
मैग्जीन को छात्रों द्वारा ही चलाया जाता था। पहले ही अंक में उन्हें 8 हजार डॉलर का विज्ञापन मिला था। ब्रैनसन ने विज्ञापन से हुई कमाई को देखते हुए पत्रिका की 50 हजार प्रतियों को मुफ्त में ही बंटवा दिया था। शुरुआती संघर्षों और कठिनाइयों से जूझते हुए ब्रैनसन लगातार आगे बढ़ते रहे और आज वह वर्जिन ग्रुप की 400 से ज्यादा कंपनियों के मालिक हैं। कंपनी की शाखाएं 35 से ज्यादा देशों तक फैल चुकी हैं, जिनमें तकरीबन 70 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं।
वर्ष 1969 में हुआ था ‘वर्जिन’ का जन्म।
सरे में पैदा हुए ब्रैनसन बाद में रहने के लिए लंदन आ गए थे। उनके आसपास म्यूजिक और ड्रग से जुड़े लोगों की अच्छी-खासी तादाद थी। ‘स्टूडेंट’ मैग्जीन को और विस्तार देने के लिए ब्रैनसन ने साल 1969 में ‘वर्जिन’ नाम से (म्यूजिक) रिकॉर्ड कंपनी खोली। इस कंपनी के जरिए वह ठीक-ठाक कमाई करने में सफल रहे। बाद में उन्होंने लंदन के ऑक्सफोर्ड स्ट्रीट में कंपनी की नई शाखा खोल ली। सफलता मिलने पर हाईस्कूल ड्रॉप-आउट ने ऑक्सफोर्डशायर में वर्ष 1972 में एक रिकॉर्डिंग स्टूडियो बनाने में सफल रहे।
सफलता के बाद चखना पड़ा असफलता का स्वाद।
शुरुआती मुश्किलों को पार करने के बाद रिचर्ड ब्रैनसन ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। वर्ष 1980 में वह ट्रैवल सेक्टर में आए और वॉयजर ग्रुप नाम से ट्रैवल कंपनी बनाई। चार साल बाद उन्होंने एयरलाइन सेक्टर में कदम रखा और वर्जिन अटलांटिक एयरलाइन नाम से एक और कंपनी बना डाली। साथ ही वर्जिन मेगास्टोर भी खोला। ब्रैनसन ने बाद में कई स्टोर खोले। एक समय था जब वह हर बिजनेस में सफल हो रहे थे, लेकिन वर्ष 1992 में उन्हें झटका लगा।
वित्तीय घाटे के कारण उन्हें अपनी कंपनी तक बेचनी पड़ गई। बताया जाता है कि कंपनी बेचने के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करते वक्त रिचर्ड ब्रैनसन फूट-फूट कर रोए थे। हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और साल 1993 में वर्जिन रेडियो के नाम से रेडियो स्टेशन खोल डाला। साथ ही V2 नामक दूसरी म्यूजिक रिकॉर्ड कंपनी भी गठित कर ली थी।
स्पेस टूरिज्म पर ध्यान।
रिचर्ड ब्रैनसन का नाम उन उद्योगपतियों में शुमार है जो अपने समय से काफी आगे का सोचते हैं। यही वजह है कि उन्होंने अपना फोकस अब स्पेस टूरिज्म पर कर लिया है। उन्होंने एक अन्य कंपनी के साथ मिलकर स्पेसप्लेन बनाने के लिए स्पेसशिप नाम से नई कंपनी खोल ली। स्पेसशिप का अप्रैल 2013 में सफल परीक्षण भी किया गया था।
जीवन संघर्ष।
इस तरह से वर्जिन मेल आईर का जन्म हुआ।
इसके बाद ब्रैसन ने अपनी मैगजीन में इसका एक ऐड दे दिया जिससे कि बहुत से लोग उनके आइडिया से आकर्षित हुए। सबसे अच्छी बात यह थी कि इस बार उन्हें पैसों की चिंता नहीं करनी पड़ी क्यों मैगजीन का ऐड देखकर लोग एडवांस में ही रिकॉर्ड बुक करने लगे। इस तरह से उनके पास रिकॉर्ड खरीदने के पैसे आ गए।
फिर उन्होंने अपनी टीम तैयार की और यह सोचने लगे कि किस तरह से इन रिकॉर्डर्स को अपने ग्राहक तक पहुंचाएंगे। वे अपने एक अकाउंटेंट दोस्त निक को बुला लाए और उनके साथ मिलकर उन्होंने यह फैसला किया कि वे पास के एक लोकल स्टोर से रिकॉर्ड सस्ते दाम में रखरीदेंगे। वो लोकल स्टोर सीधा कंपनी से अपना सामान मंगाती थी जिससे बेसन को सस्ते में रिकॉइस मिल जाती और वे अपने ग्राहकों को डिस्काउंट पर रिकॉर्ड बेचने लगे।
इसके बाद उनका काम चल पड़ा। लोग उन्हें मेल से चेक भेजते थे और वे मेल से उन्हें रिकॉर्ड भेजते थे। लेकिन समस्या तब हुई जब 1971 में पोस्ट आफिस में हड़ताल हो गई और लोगों के चेक आने बंद हो गए।
दो साल के अंदर ही वर्जिन स्टोर को 14 ब्रांच पूरे इंगलैंड में फैल गए।
जब पोस्ट आफिस में हड़ताल हो गई तो बेसन और उनकी टीम को मजबूत अपनी खुद की एक दुकान ख्वोलनी पड़ी जहाँ पर चे रिकॉर्ड बेच सकें। यह एक ऐसी दुकान थी जहां पर लोग कोई एल्बम खरीद सकते थे और साथ ही उसके बारे में अपनी राय दे सकते थे। इसके लिए सबसे बड़ी समस्या थी कि उन्हें सुद की एक दुकान चाहिए थी।
उन्होंने देखा कि अवार्ड स्ट्रीट में एक जूते की दुकान से हो कर सीढ़ियाँ निकलती हैं जो कि पहली मंजिल तक जाती हैं। उन्होंने सोना कि क्यों ना वे अपनी दुकान पहली मंजिल पर खोल लें। उन्होंने जूते की दुकान के मालिक से बात की लेकिन उनके पास दुकान का किराया भरने के पैसे नहीं थे। लेकिन फिर भी बेंसन ने दुकान के मालिक को मनाया कि किस तरह से इसमें उनका भी फायदा होगा। उन्होंने कहा कि जब लोग पहली मंजिल पर उनकी दुकान में जाएंगे तो वे जूते की दुकान से हो कर जाएंगे जिससे जूतों की सेल्स बढ़ सकती है। दुकान का मालिक मान गया और इसके बाद पहला वर्जिन स्टोर का उद्घाटन किया गया।
जब पहला वर्जिन स्टोर बहुत ज्यादा कामयाब होने लगा तो असन ने सोचा कि क्यों ना और दुकानें खोली जाए। 1972 तक पूरे इगलैंड में उनकी 14 दुकानें हो गई। उन्होंने सोचा कि वे इस तरह से काम तब तक करते रहेंगे जब तक पोस्ट आफिस की हड़ताल खत्म ना हो जाए।
लेकिन यहाँ पर फिर से एक समस्या आ गई। क्योंकि लोग इस दुकान में आ कर अपनी राय देने लगे, लोगों का दुकान में आकर मिलना जुलना बहुत ज्यादा हो गया। लोग यहां पर टाइम पास करने के लिए आने लगे और वे अब कोई भी रिकॉर्ड नहीं खरीदते थे। वर्जिन स्टोर को जिस चीज़ ने बहुत कामयाब बनाया था अब वही उनके नुकसान की वजह बन रही थी।
इसलिए ब्रैनसन ने अपने कैश काउंटर खिड़की के पास लगा दिया ताकि अदर आने वाले लोगों को यह पता लगे कि वे एक दुकान में आ रहे है जो कि टहलने की जगह नहीं है। इसका नतीजा यह हुआ कि दो महीने के बाद उनकी सेल्स बढ़ गई।
वर्जिन ग्रुप ने समय के साथ अपने एल्बम निकालने शुरु कर दिए।
धीरे धीरे लैसन को यह एहसास हुआ कि वे अपने गाने निकाल कर बहुत ज्यादा फायदे कमा सकते हैं। बहुत से स्टूडियो पहले से ही यह काम कर रहे थे लेकिन वे एक दिए
गए समय पर ही काम किया करते थे जो कि उस समय के चल रहे राक कल्चर को सूट नहीं करता था। दूसरे स्टूडियो में बहुत ज्यादा भीड़ रहती थी और वे सुविधा के मामले में बहुत पीछे थे। इसलिए उन्होंने सोचा कि ये एक कटी हाउस खरीद कर उसे स्टूडियो में बदलेंगे। बहुत खोजने के बाद उन्हें वो जगह मिल ही गई जो वो पाना चाहते थे। लेकिन उस घर को खरीदने में समस्या यह थी कि उसकी कीमत 30000 पाउंड लगाई गई जो आज के वक्त के 5 लाख पाउंड के बराबर होता है। बेसन के पास उतने पैसे नहीं थे। हालांकि वर्जिन ग्रुप बहुत कामयाब चल रहा था लेकिन वे इतना ज्यादा फायदा नहीं कमा रहे थे।
उन्होंने वर्जिन मेल आईर और वर्जिन म्यूजिक स्टोर के सेल्स को समझकर ब्रिटिश बैंक काउट्स से 20000 पाउंड का लोन ले लिया। इसके बाद उनकी आटी ने अपने घर को गिरवी रख कर उन्हें 7500 पाउंड और दे दिए। कुछ और पैसों का इतजाम कर के उन्होंने उस घर की कीमत चुकाई और अपने स्टूडियो के साथ ही उन्हें अपना म्यूजिक लेबल यतित रिकाई के नाम से खोला।
इसके बाद वे खुद के आर्टिस्ट साइन करने लगे और उनके गानों को रिलीज़ करने लगे। वे खुद गानों को रिकार्ड करते और फिर उसे वर्जिन मेल के जरिए और अपनी दुकानों के जरिए खुद बेचते।
सबसे पहले माइक ओल्डफील्ड ने इसके लिए साइन किया और उन्होंने व्यूबुलर बेल्स नाम का गाना गाया। इस गाने की आगे चल कर 1 करोड़ 30 लाख कापियों बिकी।
ब्रेन ने सोचा भी नहीं था कि चे इतने ज्यादा कामयाब हो जाएंगे।
वर्जिन पर सेक्स पिस्टल के एल्बम को प्रमोट करने के लिए केस कर दिया गया था।
वर्जिन को साइन करने के लिए अब नाए आर्टिस्ट की जरुरत थी जो उन्हें अब नहीं मिल रहे थे। 1977 में सेक्स पिस्टल के मैनेजर मैल्काम मैक्लेरन वर्जिन के साथ काम करने के
लिए राजी हो गए। वे उनके साथ एक छोटे समय तक ही काम करना चाहते थे क्योंकि वर्जिन ग्रुप का व्यवहार पिछले बैंड के साथ अच्छा नहीं था। ईएमआई और एएन्डएम के साथ वर्जिन ने अच्छा व्यवहार नहीं किया था जिससे कोई उनके साथ काम करने को तैयार नहीं था। इसके बाद सेक्स पिस्टल और वर्जिन का गाना निकला गॉड सेव द क्चीन। यह गाना एलिज़ाबेथ के रानी बनने के 25वें साल पर निकाला गया था। सेक्स पिस्टल ने हाउस
आफ कामास के सामने अपना शो किया जिससे उन्हें बहुत प्रसिद्धि मिली, लेकिन उसके बाद मैक्लेरन को जेल जाना पड़ा।
1977 में सेक्स पिस्टल का एल्बम नेवर माइंड द बल्लाक्स, सेक्स पिस्टल इस हीयर निकला था जिसका प्रचार वर्जिन ने अपनी हर दुकान में किया था। लेकिन क्योंकि इस गाने में बहुत सारे अपशब्द इस्तेमाल किए गए थे, इसलिए इसको लेकर ग्रैसन को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
नोटिंगघम की दुकान के एक मैनेजर को इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए जेल में बंद कर दिया गया था। इसके बाद ब्रेसन को लगा कि उन्हें अब कुछ कदम उठाने होंगे। उन्होंने एक भाषा के जानकार को बुलाया जिसका नाम जेम्स किंस्ली था। जेम्स को यह काम दिया गया था कि वे इस गाने की लाइनों का कुछ अलग मतलब निकाल कर कोर्ट के सामने रखें जो कि सुनने में गंदा ना लगे।
जेम्स ने इस गाने को चर्च के साथ जोड़ दिया और उसके हिसाब से कोर्ट में इसके मतलब को समझाया। कोर्ट ने यह पूछा कि क्या इस तरह के शब्दों से चर्च का अपमान नहीं होगा। जेम्स ने अपना कालर नीचे कर के अपने क्लेरिकल कालर को दिखाया जिससे यह बात साबित हो गई कि जैम्स खुट एक चर्च के आदमी है और इस गाने से उन्हें कोई परेशानी नहीं है।
ब्रैंसन के लिए यह बहुत अच्छी बात साबित हुई कि उन्हें एक ऐसा व्यक्ति मिल गया जो भाषाओं का जानकार होने क साथ ही चर्च से नाता भी रखता था। इसके बाद इस केस को हटा दिया गया।
ब्रायन ने मौका देखकर एक 30 लाख पाउंड के आइलैंड को सिर्फ 180000 पाउंड में खरीद लिया।
1978 में सन को जोआन नाम की एक शादी शुदा महिला से प्यार हो गया। जोआन अपने पति से तलाक लेने वाली थी। ब्रैसन उनके पास रहने के लिए न्यूयॉर्क में रहने के लिए चले गए। असल में वर्जिन नाम का एक आईलैंड भी हुआ करता था। ब्रैंसन से किसी ने पूछा कि क्या उन्होंने अपनी कंपनी का नाम उस आईलैंड के नाम पर रखा था. तो इससे ब्रैसन को आहडिया आया कि क्यों ना वे खुद का एक आईलेड खरीद लें।
ब्रैंसन एक ऐसा एस्टेट एजेंट को जानते थे जो एन लोगों को हेलीकॉप्टर में बैठाकर अलग अलग तरह के आइलैंड दिखाने के लिए लेकर जाता था अगर वे उस आईलेंड को खरीदना चाहें तो। बेंसन ने उसे फोन किया और उन्होंने एजेंट से कहा कि वे अपनी वर्जिन आर्टिस्टों के आराम करने के लिए एक आइलैंड खोज रहे हैं। वो एजेंट उन्हें दूर एक आईलैंड पर लेकर गया जो बहुत खूबसूरत था। उस आईलैंड का नाम नेकर आईलैंड था।
हालांकि पहले तो बेसन का उसे खरीदने का कोई इरादा नही था लेकिन फिर भी उन्होंने उसकी कीमत पूछी। उस आईलैंड की कीमत 30 लाख पाउड बताई गई। ग्रैसन उसे खरीदना चाहते नहीं थे, इसलिए उन्होंने उसका दाम लगाया – 150000 पाउंड। इतना सुनते ही उन्हें और उनकी पत्नी को बाहर फेक दिया गया।
जब वे वापस आ गए तो उन्हें उस आइलैंड के मालिक के बारे में पता लगा जो कि उसे बेचने के लिए बहुत उत्सुक था क्योंकि उसे एक दूसरी बिल्डिंग स्रीदनी थी पो 2 लाख पाउंड की थी। यह सुनते ही ब्रैंसन ने अपनी कीमत बढ़ा कर 175000 पाउंड कर दी। बाद में उसे बढ़ा कर 180000 पाउंड किया गया और उस पर डील तय हो गई है।
इसके बाद ब्रैनसन ने अपना खुद का प्लेन लिया। उनकी प्युटों रीको की फ्लाइट कैसल कर दी गई थी। इसलिए उन्होंने 2000 डालर में एक चार्टर्ड प्लेन बुक किया और ब्लैकबोर्ड पर लिखा- प्युर्टो रीको तक की फ्लाइट सिर्फ 39 डालर में।
ब्रैनसन वर्जिन को घाटे में से उभार कर फिर से फायदे की तरफ लेकर आए।
जैसा कि हम ने पहले देखा कि किस तरह से सेक्स पिस्टल के साथ काम करना ब्रैसन को भारी पड़ा। लेकिन इसके बाद भी सन अलग अलग तरह के आर्टिस्ट को साइन कर रहे थे। वे सिंपल माइंड द हुमन लीग और फिल कालिंस जैसे आर्टिस्टों को साइन करते रहे लेकिन इससे उनका कुछ खास फायदा नहीं हो रहा था। 1980 में बर्जिन 9 लाख पाउंड के घाटे में चल रही थी।
इसके बाद बेसन का फाइनल डाइरेक्टर अपने 40% के शेयर को प्रेंसन को बेच कर चला गया जिससे अब सन 100% के मालिक हो गए थे। अब क्योंकि कंपनी घाटे में
थी, तो सारा घाटा बेंसन को ही सहना पड़ रहा था । लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी।
अब सीडी की खोज हो चुकी थी। इसका फायदा यह होने लगा कि लोग एक ही सीडी को बार बार इस्तेमाल कर सकते थे। लोग सीडी पर ही सारे एल्बम खरीदने लगे। वर्जिन ने पुरानी सीडियों को फिर से इस्तेमाल करना शुरू किया जिससे कि उनके काफी सारे पेसे बच गाए। इससे पहले जब वे टेप पर सारे रिकॉर्ड बेचा करते थे, तो एक टेप को सिर्फ एक बार ही इस्तेमाल किया जा सकता था जिससे वर्जिन को हर बार नए टेप खरीदने पड़ते थे।
इसके अलावा बेंसन के स्काउट और एडवाइज़र साइमन ईपर का कहना ठीक निकला। बरैसन उनके ही कहने पर अलग अलग आर्टिस्ट को साइन कर रहे थे और अब उन सारे आर्टिस्टों के एल्बम बहुत अच्छे बिक रहे थे। हुमन लीग का एल्बम – डेयर, ब्रिटिश चार्ट पर सबसे ऊपर पहुंच गया और उसकी कुल मिलाकर 30 लाख कापियां विक चुकी थी। इसके अलावा वर्जिन जिन नए आर्टिस्ट को लेकर आया था वे भी बहुत कामयाब चल रहे थे। फिल कालिस, बाय जार्ज, सिंपल माईंड, एक्सटीसी और हौवन के अलावा वै 17 आर्टिस्ट बहुत सफल रहे।
इसके बाद वर्जिन बहुत कामयाब हो गई। 1982 में उसने। 20 लाख पाउंड का फायदा कमाया, 1983 में 1 करोड़ लाख पाउंड का फायदा कमाया।
एयरलिडन बिजेनस की शुरुआत का पहला सफर ब्रैंसन के लिए अच्छा साबित नहीं हुआ।
1984 में अमेरिका के एक वकील डाल्फ फील्डस ने ब्रैंसन से पूछा कि क्या वे एक एयरलाइन बिजनेस शुरु करना चाहेंगे। सन पहले से ही इसके बारे में सोच रहे थे और अब जब उन्हें मौका मिल गया तो उन्होंने इसे आजमाने के बारे में सोचा। बैंसन के सीनियर मैनेजर ने उनसे कहा कि ये अच्छा आइडिया नही होगा.लेकिन ढेंसन ने कहा कि वे सिर्फ एक प्लेन को एक साल तक उड़ाएगे और अगर वो फायदेमद नहीं रहा तो उसे बद कर देंगे।
इसके दो महीने के बाद ब्रेस्ट को एक एरोप्लेन एक साल के लिए मिल गया। लेकिन अभी उन्हें फ्लाइट पर्मिट लेना था, अपने प्लेन के लिए ऐडवर्टाइज़मेंट करना था और साथ ही टिकट सिस्टम लगवाने थे। पर्मिट के लिए उन्हें एक आफिसर के साथ उस प्लेन में एक टेस्ट फ्लाइट लेनी पड़ती। उस प्लेन का लाइसेंस ना होने की वजह से उसका इश्योरेंस नहीं हुआ था। वो प्लेन पंछियों के झुंड में जा कर टकरा गया और उसका एक इंजन ब्लास्ट कर गया।
अब बेसन के पास एक नई समस्या थी। उन्हें अपने प्लेन को पहली बार पैसेंजर्स के साथ। दौदिन बाद उड़ाना था लेकिन अब उन्हें एक लाइसेंस और एक इजन की जरूरत थी जिसकी कीमत 6 लाख पाउंड थी। और भी समस्या तब हुई जब बैंक ने उन्हें लोन देने से मना कर दिया क्योंकि वो अपने 30 लाप पाउंड का लोन पहले ही ले चुके थे।
इसके बाद ब्रिटेन ने अपनी सारी दुकानों से पैसा निकाला जिससे कि वे उस। प्लेन को दी गई डेट पर उड़ा सकें। जल्दी ही उनकी एयरलाइन्स भी कामयाब हो गई। बरैंसन अभी सिर्फ 3 साल के थे।
कई समस्याओं से हो कर गुजरे के बाद ब्रैंसन ने अपना एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
1984 में टेड टोलमैन नाम के एक व्यक्ति ने ब्रिटेन के लिए ब्लू रिबैंड ट्राफी जीतने के लिए एटुलैटिक महासागर को सबसे कम समय में पार कर के वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए एक कैट रन बनाने के बारे में सोचा। वे एक ऐसे व्यक्ति को खोज रहे। थे जो कि इसके खर्चे को उठा सके। सन ने सोचा कि इस व्यक्ति की मदद कर के वे बहुत फेमस हो सकते हैं जिससे उनके एयरलाइन्स के बिजनेस को फायदा होगा और उन्हें ज्यादा पैसेंजर्स मिलेंगे। वे राजी हो गए।
इस वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाली टीम में बेसन और टोलमैन के अलावा दुनिया घूम चुके चेय ब्लिथ थे भी थे। जब वे सफर के लिए रावान हुए तो 50 मील के बाद उनकी बोट एक तूफान से तारा गई जिससे वर्जिन चैलेंजर डूबने लगी। सभी लोग लाइफ जैकेट का इस्तेमाल कर के बच गाए और बाद में एक जहाज ने उन्हें बचाया। वो वर्ल्ड रिकॉर्ड तो अब बनने से रहा।
लेकिन इस नए जहाज पर ब्रेंसन ने अपने बेटे को पहली बार देखा। जहाज पर एक व्यक्ति ने ब्रैसन को उसके बेटे के पैदा होने की खबर अखबार में दिखाई। अपने बेटे को देखने के बाद उन्होंने मन में ठान लिया कि अब तो वे ब्लू रिबेंड टाफी जीत कर रहेंगे।
इस घटना के दो साल के बाद ब्रैंसन ने वर्जिन चैलेंजर 2 बनाया जो फिर से एट्लैंटिक महासागर को सबसे कम समय में पार करने का रिकॉर्ड बनाने के लिए निकल पड़ी। लेकिन इस बार उनके फ्यूल पंप के फिल्टर में कचरा भर गया जिससे कि वो जाम हो गया। इसके अलावा उस द्योट के चलते रहने के लिए उन्हें हर दो घंटे में फिल्टर को बदलना होता।
ब्रिटेन ने डाउनिंग स्ट्रीट में फोन लगाया और सही लोगों से बात कर के एक आरएएफ प्लेन को बुलाया जो कि उनकी बोट पर ऊपर से नए फिल्टर गिरा सके। इसके बाद ब्रैसन लगातार सफर करते रहे। आखिरकार उन्होंने एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना ही लिया। उन्होंने 3000 मील का सफर 3 दिन 8 घंटे में तय किया।
कुवैत के युद्ध के वक्त ब्रैंसन ने बहुत से लोगों की मदद की।
जैसा कि आप जानते होंगे, 1990 में सहाम हुसैन ने कुवैत पर हमला किया था। इस हमले की वजह से लगभग 150000 लोग कुवैत छोड़कर जाईन की तरफ भागे। साथ ही पेट्रोल की कीमत दोगुनी हो गई। ड्रॉसन उस वक्त अपने बच्चों को स्कूल के लिए लेकर जा रहे थे जब जाईन की रानी नूर ने उन्हें मदद के लिए फोन किया।
जाईन में जब इतने सारे लोग आने लगे तो वहाँ पर रहने के लिए बहुत समस्या हो गई। उन लोगों के पास ना तो रहने के लिए घर थे और ना ही पीने के लिए साफ पानी। रेड क्रास पानी का इंतजाम कर रहा था लेकिन जाईन को अभी 1 लाख कंबल और चाहिए थे ताकि वो हतने सारे लोगों को बचा सके।
ब्रायन ने रेड क्रास, फारेन आफिस और ओवरसीस डेवेलपमेंट आफिस को फोन लगाया और 30 हजार कंबलों का इंतजाम किया। इसके अलाचा बहुत से कबल यूनिसेफ से आने वाले थे। ब्रिटेन के सुपर मार्केट चेन सेत्सबरी ने कई टन चावल देने का वादा किया।
इतने सारे सामान को वहा तक लेकर जाने के लिए ब्रेसन ने अपने एक प्लेन बोइंग 747 से सारे सीटों को निकाल दिया और उसमें 40 हजार कबल, दवाइयां और चावल भरकर वे वहाँ पर लेकर गए। लौटते वक्त वे जाईन में फँसे ब्रिटेन के लोगों को लेकर वापस आए।
लेकिन अब भी बहुत से लोगों को बगदाद में बंदी बना कर रखा गया था। बरैंसन ने भपने दोस्त ज्ञाईन के राजा को फोन लगाया और उससे कहा कि वे सद्दाम हुसैन से समझौता कर के किसी तरह से बच्चों को, महिलाओं को और बीमार लोगों को छोड़वक लें। राजा ने अपना वादा पूरा किया और 23 अक्टूबर 1990 को श्रैसन दुनिया के सबसे खतरनाक जगह के लिए रवाना हुए।
वहाँ पर जाने के बाद ब्रैंसन को सभी बच्चों को, महिलाओं को और बीमार लोगों को ले जाने दिया गया लेकिन कुछ लोगों को उन लोगों ने अपने पास एयरपोर्ट पर रोक लिया। उस एयरपोर्ट को कुछ हफ्तों के बाद बम से उड़ा दिया गया।
ब्रैंसन ने प्रशांत महासागर को पार कर के एक और रिकॉर्ड बनाया।
1989 में ब्रैंसन ने पर लिइड के साथ एक बैलून पर बैठ कर प्रशांत महासागर पार करने की चुनौती ले ली। लेकिन जैसे ही उनका बैलून उड़ने वाला था, वो फट गया और उनका रिकॉर्ड नहीं बन पाया। लेकिन उसके अगले साल वे जापान में फिर से मिले जहाँ उन्होंने फेसला किया कि वे इस काम को अंजाम देंगे। वे एक हॉट एयर बैलून पर बैठ गए जो उन्हें 200 मील की रफार से उड़ा कर लेकर जाता। एक वल्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए उन्हें दो दिन में केलिफोर्निया पहुँचना था। 7 घंटे के बाद उनके एक फ्यूल टैंक खाली हो गया जिसे उन्हें नीचे गिराना था। लेकिन मशीनों में कुछ खराबी आ जाने की वजह से उन्होंने एक खाली फ्यूल टैंक के अलावा दो भरे फ्यूल टैंक को भी गिरा दिया। उनके पास अब बस इतना फ्यूल था कि वे 6000 मील तक जा सके।
इसके बाद जब उन्होंने सुना कि एक तूफान आने वाला है तो उन्होंने कंट्रोल सेंटर को फोन लगाने की कोशिश की, लेकिन उनका कान्टैक्ट खो गया। वे उस समय 170 मील प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ रहे थे। तभी उनका फ्यूल लीक होने लगा और उनके कैपसूल में आग लग गई।
लिइस्टेंड और ब्रैंसन अपने बैलून को 40 हजार फीट ऊपर ले गए जहाँ पर आक्सीजन की कगी की वजह से आग बुझ गई। इसके कुछ सगय के बाद उनका रेडियो काम करने लगा। उन्होंने कंट्रोल सेंटर को फोन लगाया और उन्हें पता लगा कि उनके बैलून की दिशा घूम गई है और वे जिस तरफ जा रहे हैं उस तरफ जाने से वे जापान फिर से लौट माएंगे। अगर वे मागे जाना चाहते हैं तो उन्हें 18 हजार फीट नीचे उतरना होगा जहाँ पर एक और बैलून आर्कटिक की तरफ जा रही है।
फिर 48 घंटे के बाद वे 3000 दूर कैनेडा में उतने। उन्होंने सबसे तेज बैलून उड़ाने का रिकॉर्ड बनाया।
वर्जिन एयरवेस को खत्म करने के लिए ब्रिटिश एयरवेस ने बहुत सी साजिशें की।
बिना दुश्मन बनाए आप कभी कामयाब नहीं हो सकते। हमेशा ऐसा होता है कि किसी की कामयाबी किसी की आँखों का काँटा बन जाती है। वर्जिन ऐसा ही हुआ जब ब्रिटिश एयरवेस (बीए) ने उसे हराने के लिए बहुत सी साजिशें की।
एयरवेस के साथ अनबन।
बीए बहुत से वर्जिन ग्राहकों को फोन लगा कर उन्हें बताता था कि किस तरह से वे बर्जिन के मुकाबले सरते फ्लाइट्स दे रहे हैं। वे उन से झूठ बोलते थे कि वर्जिन की फ्लाइट कैंसल हो गई है या भर गई है और क्या वे उसकी जगह पर कान्कोर्ड की फ्लाइट लेना चाहेंगे। उन्होंने ब्रैसन के पीछे बहुत से जासूस लगाए ताकि वे उनके किसी राज के बारे में जानकर उन्हें बदनाम कर सकें। इसके अलावा उन्होंने बर्जिन के डाटाबेस को हैक कर के उनकी सारी जानकारी हासिल करने की कोशिश भी की।
एक बार जब एक ग्राहक को पता लगा कि बीए और वर्जिन एयरवेस में दुश्मनी चल रही है तो उसने फोन कर के सभी को बताया कि किस तरह से उसे भी इस तरह के फोन आया करते थे। बीए के बहुत से कर्मचारी गवाही देने के लिए तैयार धे कि वाकई बीए वर्जिन को हराने के लिए साजिशें कर रहा था। लेकिन इन सबके बावजूद भी बीए यह सब मानने को तैयार नहीं था। सन के पास कोई पुख्ता सबूत नहीं था जिससे वो यह सब कुछ साबित कर सकें।
इसके बाद बैंसन और उनकी टीम को एक हार्ड ड्राइव मिली जिसपर बीए के सारे सौनियर एवसेक्यूटिक्स के बातचीत की रिकॉर्डिंग थी। उसमें यह जानकारी साफ साफ दी गई थी कि बीए वर्जिन को खत्म करने की पूरी कोशिश कर रहा है।
इस सबूत के मिल जाने के बाद ब्रेसन ने कोर्ट में केस किया। फिर बीए को इस काम के लिए वर्जिन एटलेटिक को 10000 पाउंड और ब्ैंसन् को 500000 पाउंड देने पड़े।
इसके अलावा उन्होंने अपने काम के लिए सबके सामने माफी मांगी।